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Monday, June 12, 2023

व्यंग: आज लालू जी के जनमदिन बा हो, मन किया कुछ लिखिए दें।

 --रितेश कश्यप @meriteshkashyap




गरीब, दलित, शोषित, वंचित, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के चहेते नेता लालू प्रसाद यादव जी के जन्मदिन की बधाई ।। लालू जी ने अपने कार्यकाल में जेतना विकास बिहार का किया है ओकरा भुलावल नहीं जा सकता ना।


पूरे लेख पढ़िएगा पहिले ही जजमेंटल ना हो जाइयेगा। 


हां तो हम कह रहे थे कि बिहार में विकास की गंगा बह रही थी, समझदार सब खुलेआम उसी गंगा में हाथ धोया, कुछ लोग त उस समय अपने आप के मुखमंतरीये समझता था!


जहाँ बिहरिया सब हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और साउथ इंडिया जाता था, ओखनी सब बिहारे आने लगा। अमरिका के राष्ट्रपति जॉर्ज बुश बिहार से एतना खुस थे कि उन्होंने पूरे अमरिका में बिहार मॉडल लागू कर दिया था!


जापान और कोरिया से बड़े-बड़े वैज्ञानिक बिहार के रोड देखे आने लगे। पाकिस्तान, अफगानिस्तान और सीरिया से लोग उड़ते चिड़ई के पिछवाड़े पर हल्दी लगाने का कला सीखते थे, दोनों आंख बंद करके कैसे निशाना साधा जाता है, मारुति वैन वाले उद्योगों को कैसे बढ़ावा मिलता है!


इंग्लैंड के प्रधानमंत्री बिहार के सड़कों में बिना खर्च किए एडवेंचर का मजा लेने आते थे। मजाक है का! बिजली का तो बाते मत करिएगा, यहां बिजली को भगवान माना जाता था जो कभी कभार दर्शन भी देते थे। 


बिहार में प्रेम और सद्भाव था कि इंसान और गाय भैंस तक मिलजुल कर रहते थे, कभी गाय भैंस रोटी खा लेते थे तो कभी इंसान चारा खा लेते थे!


इन्होंने जनसंख्या में कमी देखते हुए उसे बढ़ाने में मदद किया, परिसीमन के बाद अब तो घरे में एगो विधानसभा का सीट मिल जाएगा।


और एगो बात , उ था पुरनका बिहार, लालू जी कहनाम था कि जात के चक्कर में जब लोग एक दूसरे से लड़ते थे तो हम दोनों जात के हेड बॉसवा को बैठाकर समझौता भी करवाते थे। ओकर बाद बाहर निकलते ही फिर दोनों में जबरिया लड़ाई होती थी। कितना दलित और सवर्ण यही चक्कर में कटा गए। और उधर बुड़बक मीडिया और कुछ नेतवन को लगा कि बिहार में जंगल राज है। जबकि सब के सब भकचोंधर को पता ही नही चला कि ऊ तो जनसंख्या नियंत्रण का एक छोटा सा परयोग था। उहे पेट में दांत ले के नीतीसो बाबू भी लोगन के बुड़बक बना कर हमरा से गद्दी ले लिहिस। फिर हमहू पिलान बनाये और अपन दुनु बेटवा के तैयार किहिस। 


अब बात कीजिए नैका बिहार का जहां लालू जी के जंगल राज के बाद बेटवा राज है। इहाँ लालू जी के लाल भी कमाल पे कमाल दिखा रहे हैं। एगो बेटवा मंत्री बा लेकिन अपन पैर पे खड़ा होवे खातिर अब यूटुबरो बन गया। दोसर बेटा पब्लिक में रोज नौकरी में विज्ञापन निकाल कर अपन पीठ ठोक रहा है। नितीस बाबू के पार्टी का बैंड तो बाजवाइये दिए अब उनको धीरे धीरे साइड लाइन कर रहे हैं। पब्लिक का मेमोरी बड़ी कमजोर होता है इसीलिए अब  नैकन बचवा सब जिद्द कर रहा था कि उनको भी पुरनका वाला जंगल राज दिखाइए ना। बच्चों के जिद के आगे झुकना पड़ा। अब एक बार फिर से जंगल राज बनाना पड़ा। जाके देखिये अररिया, किशनगंज, कटिहार का क्षेत्र , कसम से जंगल राज वाला पूरा फील नही आया ना तो गद्दी छोड़ देंगे। 


बाकी 2025 में चुनाव त हइये है ना, ई लोग फिर से सत्ता में अइबे करेंगे, अब आप बोलियेगा कि भाजपा भजन करेगी का, तो सुनिए आप सही पकड़े हैं। भाजपा भजने करेगी। एगो नेता तो ढूंढ नही पा रही है, सब के सब अपन अपन गुट बना के एक दूसरे का मामला बिगाड़े में लगल है। एहि में लालू जी के बेटवन फिर बाजी मरेगा और अबकी पर्यावरण संरक्षण के लिए पूरा बिहार में जंगल का स्थापना करेगा।


हमरी अग्रिम शुभकामनाएं हैं राजद के सब चचवा लोगन के, तोहनी सब राज करा और बिहार के जपानो से ऊपर ले जा। 

👍🤯


व्यंग है सीरियसली मत लीजिएगा, अगर लइयो लीजिएगा त का। 


रितेश के कीपैड से 😉

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