केन्द्रीय विश्वविद्यालय झारखंड के वाणिज्य एवं वित्तीय अध्ययन विभाग में प्रायोजित 10 दिवसीय शोध कार्यशाला का शुभारंभ - Rashtra Samarpan News and Views Portal

Breaking News

Home Top Ad

 Advertise With Us

Post Top Ad


Subscribe Us

Tuesday, November 28, 2023

केन्द्रीय विश्वविद्यालय झारखंड के वाणिज्य एवं वित्तीय अध्ययन विभाग में प्रायोजित 10 दिवसीय शोध कार्यशाला का शुभारंभ



झारखंड केन्द्रीय विश्वविद्यालय वाणिज्य एवं वित्तीय अध्ययन विभाग एवं आइ.सी.एस.एस.आर.  (ICSSR), नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित 28 नवंबर 2023 से 8 दिसंबर 2023 तक 10 दिवसीय शोध पद्धति कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। 10 दिनों तक चलने वाले इस कार्यशाला में देश के प्रतिष्ठित संस्थानों जैसे - आइआइटी, आइआइएम, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय,दिल्ली स्कूल ऑफ  इकोनॉमिक्स के विषय विशेषज्ञ व्याख्यान द्वारा कार्यशाला में अपना योगदान देंगे। इस कार्यशाला में आइआइटी, एनआइटी, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय और दिल्ली विश्वविद्यालय के शोधार्थी भाग ले रहे हैं। 

कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य अतिथि एवं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. क्षिति भूषण दास के द्वारा 28 नवंबर 2023 को किया गया। प्रो. दास ने नई शिक्षा नीति एवं शोध के सन्दर्भ  मे अपना वक्तव्य देते हुए कहा कि शोध किसी भी उच्च संस्थान की रीढ़ होती है इसीलिए नई शिक्षा नीति में उच्च संस्थानों में शोध पर अधिक जोर दिया गया है। विभागाध्यक्ष डॉ. बटेश्वर सिंह ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि तथा प्रतिभागियों का स्वागत किया। विभागाध्यक्ष ने स्वागत वक्तव्य में शोध की नवीनता एवं मौलिकता की बात करते हुए कहा कि शोधार्थियों में उच्च शोध नैतिकता विकसित करना ही कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य है। शोध कार्यशाला निदेशक डॉ. के. बी. सिंह ने इस कार्यशाला के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि देश के विभिन्न प्रतिष्ठित उच्च संस्थानों से 226 लोगों ने कार्यशाला में सहभागिता हेतु आवेदन किया जिसमें  से 35 लोगों का चयन किया गया है। चयनित प्रतिभागी जेएनयू , डीयू , बीएचयू , आईआईटी और सीयूजे से हैं। उन्होंने पीएचडी थीसिस के अपेक्षित परिणाम पर जोर देते हुए इस तरह का शोध कार्यशाला के आयोजन पर बल दिया I  इस कार्यक्रम में संकायाध्यक्ष (अनुसंधान एवं विकास), प्रो. ए. के. पाढ़ी, डॉ. शशि सिंह, प्रो. विमल किशोर, डॉ. अजय प्रताप यादव एवं शोधार्थी नेहा ,मेघा, देवव्रत आदि उपस्थित थे।

No comments:

Post a Comment

Like Us

Ads

Post Bottom Ad


 Advertise With Us