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Saturday, January 4, 2020

नागरिक संशोधन कानून के खिलाफ सड़क पर उतरे लोग, आजादी के भी लगे नारे


  • निषेधाज्ञा होने के बावजूद हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी रहे धरने में शामिल
  • 5000 से अधिक की संख्या में शामिल हुए प्रदर्शनकारी

रिपोर्ट : सतीश / रितेश



रामगढ़। रामगढ़ जिला एकता कमेटी के नेतृत्व में पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत शनिवार को अनुमंडल कार्यालय के समीप नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में धरना प्रदर्शन किया गया। धरना स्थल पर अनुमंडल दंडाधिकारी अनंत कुमार के द्वारा 500 से 600 लोगों के एकत्र होने की अनुमति का उल्लंघन करते हुए हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों ने प्रदर्शन किया। जिला सहित सीमावर्ती जिलों से भी अल्पसंख्यक समुदाय के लोग सुबह से ही विभिन्न वाहनों से धरना स्थल पर पहुंचने लगे थे। एसडीओ अनंत कुमार के द्वारा सुबह 11:00 बजे से 1:00 बजे तक शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन की अनुमति दी गई थी। धरना स्थल पर विभिन्न वक्ताओं ने नागरिकता संशोधन बिल पर अपने विचार रखे और संसद में पारित इस बिल को गलत बताते हुए रद्द करने की मांग की। धरना प्रदर्शन के बाद एसडीओ अनंत कुमार को राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन सौंपा गया।


  • आजादी के नारों से गुंजायमान रहा ब्लाक परिसर का क्षेत्र 


अल्पसंख्यक समुदाय के युवाओं ने बड़ी संख्या में इस प्रदर्शन में शामिल हुए। बड़ी संख्या में पहुंचे युवाओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह मुर्दाबाद के नारे लगाए। अति उत्साहित युवाओं ने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री का विरोध करने के लिए असंसदीय और अमर्यादित, गाली युक्त नारों का भी जमकर प्रयोग किया। युवाओं की भीड़ "हर हाल में लेंगे आजादी" और लड़ के लेंगे आजादी आदि नारे लगाते दिखे। धरना स्थल पर किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए प्रशासन के द्वारा बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई।


  • सीएए और एनआरसी देश हित में नहीं : शहजादा अनवर


इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शहजादा अनवर ने कहा कि सीएए और एनआरसी का वर्तमान स्वरूप हम लोगों को स्वीकार नहीं है। हम लोगों को मानना है कि सीएए संविधान की आत्मा और संवैधानिक मूल्यों के साथ छेड़छाड़ है। उन्होंने कहा कि यह कानून विभाजनकारी और देश को बांटने वाला है। इस देश के करोड़ों वंचित, दलित, गरीब, मुस्लिम और असलियत के साथ भेदभाव करने वाला कानून है। हम लोग देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मांग करते हैं कि राजधर्म का पालन करते हुए समाज के एक बड़े तबके के आपत्तियों को देखते हुए इस कानून पर पुनर्विचार करते हुए इसे वापस कर लेना चाहिए।


  • प्रशासन की व्यवस्था दिखी चुस्त दुरुस्त 

एसडीओ अनंत कुमार, एसडीपीओ अनुज उरांव, प्रकाश चंद्र महतो, डीएसपी मुख्यालय प्रकाश सोय, थाना प्रभारी इंस्पेक्टर विपिन कुमार, यातायात प्रभारी इंस्पेक्टर राजेश कुमार दल बल के साथ धरना स्थल पर मौजूद रहे। धरना स्थल पर पुलिस के द्वारा ड्रोन कैमरा का भी सहारा लिया गया और पल-पल की रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी गई। धरना प्रशासन द्वारा दिए गए निर्धारित समय पर खत्म कर दिया गया। धरना खत्म होने के बाद बड़ी संख्या में भीड़ के सड़क पर आ जाने से अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो गई। प्रखंड कार्यालय से सुभाष चौक तक सड़क पर आवागमन पूरी तरह से बाधित रहा। शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन खत्म होने के बाद प्रशासन ने चैन की सांस ली। भीड़ में पहुंचे ज्यादातर लोगों को नागरिकता संशोधन बिल और एक्ट के विषय में पूछे जाने पर कुछ लोगों ने बतया वहीँ कुछ लोगों को इसकी कोई जानकारी नहीं थी।
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