Rashtra Samarpan News and Views Portal: Thoughts | विचार

Breaking News

Home Top Ad

 Advertise With Us

Post Top Ad


Subscribe Us

Showing posts with label Thoughts | विचार. Show all posts
Showing posts with label Thoughts | विचार. Show all posts

Tuesday, June 9, 2020

Saturday, May 30, 2020

कोरोना से ज्यादा खतरनाक है वैचारिक वायरस

May 30, 2020 0
वैचारिक वायरस फैलाने वाले ये भारतीय,  कोरोना वायरस से भी अधिक खतरनाक हैं। कोरोना वायरस आज नहीं, तो कल अवश्य हार जाएगा, लेकिन वैचारिक प्रदू...
Read more »

Thursday, April 30, 2020

Saturday, August 24, 2019

एक मां को अपने बच्चे से कर दिया गया जुदा, मगर जिम्मेदार कौन ?

August 24, 2019 0
लेख: रितेश कश्यप रामगढ़। कभी-कभी हम सोचते हैं कि कानून अच्छे के लिए होता है जो सिर्फ न्याय करना जानता है। लेकिन हालात ऐसे हो जाते हैं न...
Read more »

Monday, April 29, 2019

मुकाबले में एक की गलती दुसरे को फायदा पहुचाती ही है : हजारीबाग लोकसभा की कहानी

April 29, 2019 0
              जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आता जा रहा है वैसे वैसे उम्मीदवार और उनके सहयोगी बड़े ही फॉर्म में नजर आ रहे हैं। मगर कभी कभी ज्...
Read more »

Monday, March 4, 2019

असष्णुता का वामपंथी अध्याय : आशीष कुमार अंशु

March 04, 2019 0
लकीर को लेकर यह पुरानी कहानी है कि एक लकीर को छोटा करना हो तो उससे बड़ी दूसरी लकीर खींच दो। दूसरा तरीका है, साथ वाली लकीर को छोटा कर द...
Read more »

Monday, February 18, 2019

Monday, December 3, 2018

Sunday, December 2, 2018

Sunday, November 18, 2018

Friday, November 16, 2018

क्या “विदूषक’ के दायरे से भी आगे निकल चुके हैं ‘युवराज’

November 16, 2018 0
क्या “विदूषक’ के दायरे से भी आगे निकल चुके हैं ‘युवराज’ -  अरुण जेटली क्रिमिनल लॉ की प्रैक्टिस करने वाले ज्यादातर वकील अपने शुरुआती पेशेवर ...
Read more »

Sunday, November 11, 2018

टीपू सुल्तान का महिमामंडन या तुष्टिकरण ?

November 11, 2018 0
नमस्कार मित्रों, आज टीवी पर डिबेट देख रहा था और डिबेट का विषय था टीपू सुल्तान का जन्मदिन। बड़ा ही अजीब लगता है की हम भारत के लोग टीपू सुल्ता...
Read more »

Wednesday, November 7, 2018

एक कश्मीरी पंडित की दर्द भरी कहानी

November 07, 2018 0
मृत्युशैया पर पड़े पड़े यमराज की प्रतीक्षा करते वृद्ध के मुह से अवचेतन में एक ही पंक्ति बार बार निकल रही थी- मैं नपुंसक नहीं था, मैं नपुंसक ...
Read more »

Like Us

Ads

Post Bottom Ad


 Advertise With Us